भारत की विविध जनजातियों में गरासिया जनजाति (Garasia Tribe) एक प्रमुख और रोचक समुदाय है। यह मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। गरासिया समाज का सामाजिक इतिहास उनकी उत्पत्ति, जीवनशैली, रीति-रिवाजों और परंपराओं से जुड़ा हुआ है।
उत्पत्ति और नाम का इतिहास
- “गरासिया” शब्द “गिरास” से बना है, जिसका अर्थ है जागीर या ज़मीन का अनुदान।
- इतिहासकार मानते हैं कि राजपूतों और भील जनजातियों के मिश्रण से यह समुदाय बना।
- मध्यकालीन राजाओं द्वारा इन्हें ज़मीन दी गई थी, जिसके कारण इन्हें “गरासिया” कहा जाने लगा।
सामाजिक संरचना
- गरासिया लोग छोटे-छोटे ग्राम या टोलों में रहते हैं, जो प्रायः पहाड़ी और जंगल क्षेत्रों में बसे होते हैं।
- संयुक्त परिवार प्रणाली यहाँ आम है, जिसमें दादा-दादी, माता-पिता और बच्चे एक साथ रहते हैं।
- स्त्रियों की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका होती है — वे खेती, पशुपालन और घरेलू कार्यों के साथ-साथ निर्णय लेने में भी भाग लेती हैं।
रीति-रिवाज और उत्सव
- गरासिया समाज का इतिहास उनके उत्सवों और मेलों से गहराई से जुड़ा है।
- होली और दिवाली के अलावा इनके अपने जनजातीय मेले और नृत्य-गान प्रसिद्ध हैं।
- यह उत्सव न केवल धार्मिक होते हैं बल्कि सामाजिक मिलन का भी अवसर प्रदान करते हैं।
विवाह परंपरा
गरासिया जनजाति का विवाह इतिहास उन्हें अन्य समाजों से अलग बनाता है।
- यहाँ प्रेम विवाह आम बात है।
- लड़के और लड़कियाँ मेलों और उत्सवों में मिलकर अपने साथी चुनते हैं।
- विवाह से पहले भी साथ रहना और यहाँ तक कि बच्चे पैदा करना भी सामाजिक रूप से स्वीकार्य है।
- कई बार वर (दूल्हा) को विवाह से पहले वधू (दुल्हन) के घर रहना पड़ता है।
वस्त्र, कला और घर
- स्त्रियाँ रंग-बिरंगे घाघरे और चोली पहनती हैं और चाँदी के भारी आभूषण धारण करती हैं।
- पुरुष साधारण धोती-कुर्ता और पगड़ी पहनते हैं।
- इनके घर मिट्टी और खपरैल से बने होते हैं, जिन पर प्राकृतिक रंगों से सजावट की जाती है।
आजीविका और अर्थव्यवस्था
- पारंपरिक रूप से गरासिया लोग खेती और पशुपालन करते आए हैं।
- वे मुख्य रूप से जीविका खेती (subsistence farming) करते हैं, जिसमें मक्का, गेहूं और दालें उगाई जाती हैं।
- कुछ लोग मज़दूरी भी करते हैं।
आस्था और धार्मिक परंपराएँ
- गरासिया समाज हिंदू धर्म और आदिवासी मान्यताओं का मिश्रण है।
- वे स्थानीय देवताओं, पूर्वजों और प्रकृति की पूजा करते हैं।
- लोककथाएँ, गीत और नृत्य इनके सांस्कृतिक इतिहास का हिस्सा हैं।
निष्कर्ष
गरासिया जनजाति का सामाजिक इतिहास यह दर्शाता है कि यह समाज समानता, स्वतंत्रता और समुदाय की भावना पर आधारित है। विवाह और परिवार की उनकी परंपराएँ उन्हें भारत की अन्य जनजातियों से विशिष्ट बनाती हैं। आधुनिकता का प्रभाव होने के बावजूद, गरासिया समाज आज भी अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं को संजोए हुए है।







